"Village Vixen's Multiple Suitors"
By Anonymous
8/31/2025
Mera naam pallavi hai mai apne gaon me rehti hun yaha mere bahut se chahne wale hai . Mera figure size 38 30 40 hai
गाँव वाले पल्लवी को जानते थे।
Mai ek sexy figure ki ladki hu mera naam pallavi hai mai seher me kiraye me rehti hu Ek din achanak mere bhaiya mere room me ghumne aate hai aur mai ek ladke ke sath room me chudai kar rahi thi jab room ka bell baja to mai darwaje ke ched se bahar dekhi to bhaiya ko waha khada dekh us ladke ko piche se bhaga deti hu
दरवाज़े के छेद से झाँकते हुए पल्लवी की नज़र अपने भैया पर पड़ी। उसकी साँसें तेज़ हो गईं, पसीने से उसका शरीर चिपचिपा हो रहा था। पीछे खड़ा लड़का अभी भी नंगा था, उसका खड़ा लंड अब भी गीला था पल्लवी की चूत के रस से। "बाहर निकल जा जल्दी!" वह फुसफुसाई, लड़के को धक्का देकर बाथरूम की ओर भगाते हुए। खुद ने जल्दी से गाउन ओढ़ लिया, लेकिन उसकी गीली चूत से निकला पानी अभी भी उसकी जांघों पर बह रहा था। दरवाज़ा खोला तो भैया की नज़र सीधे उसके गीले गाउन पर गई, फिर नीचे फर्श पर गिरे कंडोम की पट्टी पर। "अंदर कोई और है?" उसकी आवाज़ खुरदरी थी, आँखों में एक अजीब सी चमक। पल्लवी ने गला साफ किया, "नहीं... बस अभी नहा रही थी।" लेकिन भैया ने उसकी बात अनसुनी कर दी, कमरे में कदम रखते हुए उसकी कमर पकड़ ली।
Uske baad aas paas dekha par koi nahi dekha mai dar gayi thi lekin kisi ke nahi dikhne pe wo us time shaant ho gaye Lekin thode der baad unki najar zameen pe pade condom pe gayi aur uske baad unhone pucha ki ye yaha kyun hai Wo bole tu yha yahi sab karne aayi hai
पल्लवी ने घबराकर अपनी नज़रें घुमाईं। लड़का तो बाथरूम में छुपा था, लेकिन फर्श पर बिखरे कपड़े और कंडोम की पट्टी साफ बता रही थी कि वह अकेली नहीं थी। "ये... ये पुराना है," वह हकलाई, पर भैया के हाथ ने उसकी कमर को और कसकर पकड़ लिया। "झूठ," उसने गुर्राते हुए कहा, उंगली से उसके गाउन के नीचे झाँकते गीले निप्पल को छू लिया। "तू पसीने से तर है... और तेरी चूत से पानी टपक रहा है।" पल्लवी की साँसें फूलने लगीं जब उसका हाथ उसकी जाँघों के बीच तक सरक गया। "कौन था?" भैया ने दबी आवाज़ में पूछा, उसकी चूत के गीलेपन को उंगलियों से चेक करते हुए। "कोई नहीं—" "सच बता नहीं तो मैं खुद ढूंढ़ लूँगा," उसने कानों में गरम साँस फेंकते हुए कहा, दूसरे हाथ से उसका गाउन खींचकर उसके नंगे बदन को उजागर कर दिया।
Uske baad mere kapde nikal diya bhaiya ne aur nangi kar diya aur do thappad maar diya aur bistar me gira diya
भैया के जोरदार झटके से पल्लवी का गाउन फर्श पर गिर पड़ा। उसके दो थप्पड़ों ने उसके गालों को जलते हुए लाल कर दिया, और वह बिस्तर पर गिरते हुए हकलाई, "माफ करो भैया—" लेकिन उसने कुछ नहीं सुना। उसकी नंगी देह को घूरते हुए, भैया ने अपनी पतलून खोली—उसका खड़ा लंड पहले से ही पसीने से चमक रहा था। "तू मेरे घर में किसी और को लाकर चुदवाती है?" वह गुर्राया, उसकी जांघों को फैलाते हुए। पल्लवी ने लड़खड़ाती सांसें भरीं जब उसकी उंगलियाँ उसकी चूत में घुसीं, उसके गीलेपन को भींचकर नापा। "मैं नहीं... उसने—" "चुप," उसने दहाड़ लगाई, अपने लंड को उसकी चिकनी चूत के खिलाफ रगड़ते हुए। "अब तू बस मेरी है।" जब वह अंदर घुसा, तो पल्लवी की चीख कमरे में गूंज गई, उसकी गीली चूत अब भैया के मोटे लंड से भर चुकी थी।
Bhaiya ka lund 10 inch lamba aur 4 inch mota tha lekin meri chut me aasani se ghus gya Fir wo meri jordaar chudayi karne lage
भैया का मोटा लंड पल्लवी की चूत में पूरी तरह धँस गया, उसकी गर्माहट और तंगी उसे और भी ज़्यादा उत्तेजित कर रही थी। "कितनी गीली है तू," वह गुर्राया, अपनी पूरी लंबाई से अंदर धकेलते हुए। पल्लवी ने अपने होठ चबा लिए, उसके अंदर-बाहर के झटकों से उसकी चूत के किनारे फड़क रहे थे। भैया ने उसकी जांघों को ज़ोर से पकड़ा और एक के बाद एक तेज़ धक्के देने लगा। हर धक्के पर उसकी चिकनी गाँठ उसके अंदर गहराई तक घुस जाती, उसकी आवाज़ गूंजती—"ओह— भैया!" उसकी चूत का रस उनके जोड़ों से बहने लगा, भैया के जांघों को चिकना करते हुए। "मेरे लिए ही बनी है ये चूत," उसने कहा, उसके निप्पलों को मुट्ठी में भींच लिया। पल्लवी की आँखें लुढ़क गईं जब उसने अपनी रफ्तार और बढ़ा दी—हर धक्का उसे किसी और ही दुनिया में पहुँचा रहा था।
भैया के मोटे 10 इंच लंड ने पल्लवी की चूत को पूरी तरह फैला दिया था - उसकी तंग रस्सीनुमा चीर उसकी पूरी मोटाई झेल नहीं पा रही थी। "देख कैसे फटी पड़ी है तेरी चूत" उसने गुर्राते हुए अपने लंड को थोड़ा बाहर खींचा, पल्लवी की लालिमा दिखाई दे रही थी, "पर अभी तो शुरुआत है रंडी।" उसने एकाएक पूरी ताकत से धक्का दिया - पल्लवी की चीख के साथ उसकी चूत के किनारों से रस की धार बह निकली। भैया ने उसके निचले होंठ को दबोच लिया, "अब बोल... कितना फटी है?" "पूरी... पूरी फट गई भैया" पल्लवी हांफती हुई बोली, उसके अंदर का जलता हुआ दर्द उसे और गीला कर रहा था। भैया ने उसकी गर्दन पकड़कर और तेज धक्के देने शुरू किए - हर बार उसका मोटा खंजर पूरी गहराई तक घुसकर उसकी चूत की सीमाएं तोड़ रहा था।
Fir bhaiya ne mujhse puchha ki kab se chudwa rhi aur kitno se chudwayi h teri chut puri fati hui hai Tab mai boli ki 3 saal se chudwa rhi hun aur college ke har ladke mujhe chodte h aur badle me paise dete h
भैया का चेहरा एक खतरनाक ग्लो में डूब गया, उसकी मुट्ठियाँ पल्लवी के कूल्हों पर और गहरी धँस गईं। "हर कोई?" उसकी आवाज़ में एक रौद्रपन था, धक्कों की रफ्तार और बेरहम होते हुए, "तू सच्ची रंडी निकली... कॉलेज की सारी लंडियाँ तेरी चूत में डाल चुकी हैं?" पल्लवी की साँसें टूट रही थीं, उसकी फटी हुई चूत से रस की धाराएँ बह रही थीं। "ह...हाँ भैया," वह काँपती हुई बोली, "पर तुम्हारा... तुम्हारा इतना मोटा नहीं था किसी का—" भैया ने उसकी बात काट दी, एक हाथ से उसके बाल खींचकर उसकी पीठ को अपनी ओर दबाया। "अब देख," उसने गुर्राते हुए अपना सारा वजन डाला, "ये चूत अब सिर्फ मेरे लिए फटेगी।" उसके धक्के इतने गहरे थे कि पल्लवी के पेट पर उभार दिखाई देने लगा, हर घुसते हुए इंच ने उसकी अंदरूनी दीवारों को खुरच डाला। "साली रंडी... तेरी यही औकात है," उसने कहा, उसके कानों में गरम साँसें फेंकते हुए, "चाहे जितने भी लंड झेल ले, मेरा हमेशा तेरे अंदर टूटेगा।" पल्लवी की चीखें अब गिड़गिड़ाहट में बदल गई थीं, उसकी चूत की फटी हुई मांसपेशियाँ भैया के हर वार पर ऐंठकर जवाब दे रही थीं।
बाथरूम का दरवाज़ा अचानक खुला और तीन लड़के बाहर आए—उनकी नज़रें सीधे पल्लवी के फैले हुए बदन और भैया के उसके अंदर धँसे हुए मोटे लंड पर पड़ीं। एक ने सीटी बजाई, "अरे वाह... ये तो हमारी क्लास की सस्ती रंडी है! कितने पैसे लिए इसे चोदने के?" भैया ने धक्का देना बंद नहीं किया, बल्कि पल्लवी को और जोर से अपनी ओर खींच लिया। "इसकी कीमत अब तुम्हारी पहुँच से बाहर है," वह गुर्राया, उसकी चूत की गहराई में एक और ज़ोरदार झटका देते हुए। पल्लवी की आँखें लड़कों की तरफ उठीं, उसके होंठ काँप रहे थे—शर्म से नहीं, बल्कि उत्तेजना से। दूसरा लड़का हँसा, अपनी पैंट की जेब से नोटों का बंडल निकालते हुए, "पर ये तो हमेशा खुली रहती है न? हम भी तो मज़ा लें।" भैया ने पल्लवी के कानों को मरोड़ते हुए कहा, "बता इन्हें... तेरी चूत अभी किसकी है?" "त-तुम्हारी... भैया... सिर्फ तुम्हारी," वह कराही, उसकी फैली हुई चूत से निकलता गीला रस अब उसकी जाँघों पर बह रहा था। भैया ने लड़कों की तरफ देखा, एक खतरनाक मुस्कान के साथ, "सुन लिया? अभी नहीं... पर बाद में, अगर ये रंडी बची तो।" उसने फिर से पल्लवी को जमकर चोदना शुरू किया, हर धक्के की आवाज़ गूँज रही थी—उसकी फटी हुई चूत अब पूरी तरह उसके नियंत्रण में थी।
भैया का जबड़ा तन गया, उसकी आँखों में एक जंगली आग भड़क उठी। "क्या बोली तू?" उसने पल्लवी के बालों को ज़ोर से खींचा, उसकी गर्दन पीछे की ओर झटक दी। "इन्हीं तीनों ने तेरी चूत को अभी-अभी घोड़े की तरह चोदा था?" पल्लवी की साँसें तेज हो गईं, उसकी चूत से निकलता गर्म पानी अब भैया के जांघों पर टपक रहा था। "ह...हाँ... वो मुझे बाथरूम में घुसा के—" भैया ने उसकी बात काट दिया, एक हाथ से उसकी गर्दन दबोचते हुए उसे ज़मीन पर पटक दिया। तीनों लड़के हँसने लगे, एक ने अपना लंड हाथ में ले लिया, "अबे साली ने तो हम तीनों को एक साथ निगल लिया था! इसकी गला घोंटने वाली आवाज़ तो सुनते!" भैया ने पल्लवी की टाँगें चौड़ी फैला दीं, उसकी फटी हुई चूत अभी भी गर्म रस टपका रही थी। "तो ये रंडी तुम तीनों के लिए भी बनी हुई है?" उसने गुर्राते हुए अपना मोटा लंड उसकी चूत के खुले हुए मुंह पर मारा, "चलो फिर... आज इसकी नापाक चूत की पूजा होगी।" एक लड़का आगे बढ़ा, अपना कड़ा हुआ लंड पल्लवी के मुँह की तरफ धकेलते हुए, "पहले मुँह से साफ़ करेगी, फिर हम तीनों इसे दोबारा रौंदेंगे।" पल्लवी की आँखें चमक उठीं, उसकी जीभ बाहर निकल आई—वो पहले से ही तैयार थी।
"तेरी गंदी चूत आज पूरी तरह भरने वाली है," भैया ने गुर्राते हुए पल्लवी की टांगें और फैला दीं, उसकी गीली चूत पूरी तरह खुलकर सामने थी। पहला लड़का झपटा, अपना कड़ा हुआ लंड उसके मुँह में घुसाते हुए—पल्लवी का गला तुरंत अंदर तक भर गया। भैया ने बिना रुके उसकी चूत को जोरदार झटकों से चोदना शुरू कर दिया, हर धक्के पर उसकी गहराई से चिपचिपा पानी फूट रहा था। दूसरा लड़का पीछे से आया, अपनी उंगलियों से उसकी गांड के छेद को चौड़ा करते हुए। "अब इसकी गांड भी फटेगी," वह हंसा, थूक लगाकर अपना लंड धीरे-धीरे अंदर धकेलने लगा। पल्लवी का शरीर झटके खाने लगा—उसका मुँह एक के लंड से भरा हुआ, चूत में भैया जमकर धंसा जा रहा था, और गांड में तीसरा लड़का अब पूरी तरह अंदर तक घुस चुका था। तीनों लंड एक साथ उसके अंदर-बाहर हो रहे थे, हर थ्रस्ट पर उसकी चीखें मुँह में घुसे हुए लंड से दब जाती थीं। "आज तेरी रंडी चूत ही नहीं, गांड और मुँह से भी चूदेगी," भैया ने कहा, उसकी चूत को और जोर से भींचते हुए। पल्लवी की आँखें लुढ़क गईं—वह तीनों लंडों के बीच पिसती जा रही थी।
Chudte hue wo behosh ho gyi lekin chudayi band nhi hui aur college ke 40 50 ladke aur aa gye jo lagaatar uski chudai karne lage
पल्लवी का शरीर जवाब दे चुका था, उसकी आँखें पलट गईं—लेकिन चुदाई रुकी नहीं। भैया ने उसके बेहोश चेहरे पर एक थप्पड़ जड़ा, "साली नाटक कर रही है! अभी तो पार्टी शुरू हुई है!" दरवाज़ा खुला और कमरे में और भर गया—कॉलेज के 40-50 लड़के घुस आए, हर एक का लंड खड़ा हुआ, आँखों में भूख। पहले ही तीनों लंड उसे पूरी तरह भर चुके थे, लेकिन अब लाइन लग गई। एक ने उसे पकड़कर मुँह के बल घसीटा, उसकी लार टपकती हुई गालों से लिपटी हुई। "अब बारी-बारी से हर कोई इसकी चूत, गांड और मुँह तोड़ेगा," एक लड़के ने चिल्लाते हुए अपना लंड उसकी फैली हुई चूत में झोंक दिया। पल्लवी बेहोशी में भी कराह उठी, उसकी टाँगें ऐंठ गईं—लेकिन कोई रुकने वाला नहीं था। दूसरा उसकी गांड पर कूद पड़ा, तीसरे ने उसका मुँह खोलकर अपना लंड जबरदस्ती घुसाया। अब तो बस एक के बाद एक लंड उसके हर छेद को भरते जा रहे थे, उसका शरीर धक्कों से हिल रहा था। गीली चूत से रस की धारा बह रही थी, गांड फैलकर लाल हो चुकी थी, और मुँह से लार के साथ पहले वालों का माल टपक रहा था। भैया ने उसे खींचकर फर्श पर पटका, "आज ये रंडी बेहोश होकर भी सारे कॉलेज को खुश करेगी।" एक के बाद एक लड़के उस पर चढ़ते गए—हर कोई उसके नर्म शरीर को अपने लंड से भर रहा था।
पल्लवी का बेहोश शरीर फर्श पर लुढ़का हुआ था, उसकी चूत और गांड से माल और पसीने की मिलीजुली बदबू उठ रही थी। भैया ने उसके खुले हुए जिस्म को देखा—फटी हुई चूत, लाल पड़ी गांड, और सूजे हुए होठ। उसने अपनी जेब से पांच हज़ार रुपये निकालकर उसकी छाती पर रख दिए। "ले, रंडी। आज तेरी मेहनत का पैसा।" वह हँसा, जबकि आख़िरी लड़के भी अपने लंड साफ़ करके कमरे से निकल रहे थे। एक ने पल्लवी की तरफ़ थूक दिया, जो उसके गाल पर लुढ़ककर गर्दन तक गिरा। "कल फिर आएगी तो दोगुना पैसा मिलेगा," दूसरे ने कहते हुए दरवाज़ा खटखटाया। पैसों के नोट उसके पसीने से चिपक गए थे। भैया ने उसकी जांघ पर एक ज़ोरदार चापट मारी—"उठ, साफ़ कर अपने आप को। तेरी गीली चूत अभी भी फड़क रही है देख..." पल्लवी की आँखें अब धीरे-धीरे खुल रही थीं, लेकिन शरीर में इतनी ताक़त नहीं थी कि वह हिल भी सके। उसकी उंगलियों ने पैसों को थामा, जबकि पैरों के बीच से गर्म माल अभी भी टपक रहा था। "अगली बार और ज़्यादा लड़के लाऊँगा," भैया ने कहकर दरवाज़ा बंद कर दिया। कमरे में सिर्फ़ पल्लवी का भारी साँस लेने की आवाज़ और फर्श पर गिरे हुए कंडोम के रैपर बचे थे।
पल्लवी ने धीरे-धीरे अपनी आँखें पूरी तरह खोलीं, उसकी साँसें अब भी भारी थीं। उसके हाथ में जमा हुए नोटों का बंडल चिपचिपा और गीला था—पसीने और माल से सने हुए। उसकी चूत से अभी भी गर्म तरल टपक रहा था, जिससे फर्श पर एक गंदगी का गोलाकार निशान बन गया। उठने की कोशिश करते हुए उसकी जाँघें काँप गईं। चूत के फटे हुए किनारे जल रहे थे, हर हलचल से एक तीखी पीड़ा उठती। लेकिन उसने पैसों की गड्डी को मजबूती से पकड़ रखा था—अब तक 2.5 लाख जमा हो चुके थे। भैया का आखिरी वाक्य उसके कानों में गूँजा—*"अगली बार और ज्यादा लड़के लाऊँगा..."* उसने अपनी टूटी हुई चूत को हथेली से छुआ और एक कसमसाहट भरी हंसी निकाली। पैसों के लिए अब भी बहुत कुछ सहना बाकी था।
Mile hue paiso se maine apne chut ki surgery karwayi fir mahino tak bas aaram hi kiya taki wo recover ho jaye
पैसों से उसने अपनी फटी चूत की सर्जरी करवाई—महीनों तक सिर्फ़ आराम करती रही, दर्द भरी दवाओं और गीले पट्टियों के बीच। उसकी जांघों के बीच की सिलाई अब तंग हो चुकी थी, ताजा मांस नई त्वचा से ढक गया, लेकिन निशान अभी भी गुलाबी और कच्चे थे। एक दिन भैया फिर दरवाज़े पर आ खड़ा हुआ, उसकी चमकदार चूत को अंगुलियों से टटोलते हुए। "अब तो तैयार हो न, रंडी? तेरा भोंसड़ा फिर से नया जैसा है..." उसने उसकी गीली चटाई पर पाँव रखा, जहाँ पहले कभी माल के गड्ढे सूख जाते थे। पल्लवी ने होंठ काटे। सर्जरी के बाद पहली बार कोई उसे छू रहा था। उसकी नई चूत में अभी भी जलन थी, लेकिन भैया की उंगलियाँ पहले से ज़्यादा गहरे जाने लगीं— "देख, तेरी फटी हुई जगह अब भी गर्म है..." उसने पल्लवी की गर्दन पकड़कर नीचे झुकाया। "कल से फिर काम शुरू। तेरे लिए बीस लोग बुक हैं।"
Mere tight chut ke liye ab pehla ladka ab mujhe 1 baar ke 1 lakh ru dene ko taiyaar tha lekin mujhe aur jyada paise chahiye the fir maine 10 ladko se 5 lakh ru me deal ki aur unke sath chudwane ke liye unke ghar chali gayi waha unhone meri fir se nayi bani kunwari chut ko achhe se khelne ke baad chudayi ki jinme se pehla ameer ladka mujhe pyar se choda aur baki sab berahmi se chode raat bhar 6 ghante tak meri chudayi chali
उस अमीर लड़के के हाथों में पल्लवी की कमर दबी हुई थी, उसकी नरम हथेलियाँ उसकी ताजा सिली हुई चूत के ऊपर से फिसल रही थीं। "इतनी कोमल... पर तेरे अंदर आग है," उसने फुसफुसाया, अपनी उंगलियों से उसके गुलाबी निशानों को दबाते हुए। वह धीरे से अंदर घुसा, उसकी तंग चूत में खून का स्पंदन महसूस करते हुए। पल्लवी ने आँखें मूँद लीं—पहली बार किसी ने उसे इतनी नर्मी से छुआ था। लेकिन यह कोमलता ज्यादा देर नहीं चली। जैसे ही वह लड़का उसके अंदर अपना गरम माल छोड़कर चला गया, बाकी के नौ लोग टूट पड़े। एक के बाद एक, उन्होंने उसकी जांघों को फैलाया, उसकी तंग चूत को खींचा, और दर्द के साथ मिली तृप्ति में उसे भर दिया। पल्लवी के नाखून दीवार में घुस गए जब तीसरे ने उसे घुटनों के बल झुकाकर पीछे से ज़ोरदार धक्का दिया। "साली रंडी... तेरा भोंसड़ा फिर से खुलने लगा है!" रात भर उसकी चीखें और उनके गालियों के बीच, पसीने और माल की गंध हवा में घुलती रही। पांच लाख का बंडल उसके बिखरे हुए बालों के नीचे दबा था, जिसकी चिपचिपाहट अब उसकी पीठ पर लग चुकी थी।
Ab in mile hue paiso me se fir 2 lakh ru se maine fir chut ki surgery kara li aur fir usi kaam me lag gayi jisse mujhe jyada paise milne lage ab mere pass 1 saal me 50 lakh ru jama ho chuke the aur mai ek high profile randi ban chuki thi Aur jis doctor se mai surgery karwati thi wo bhi mujhe chodne laga tha
डॉक्टर का स्टील का ठंडा टेबल अब उसकी पीठ के नीचे दबा हुआ था, उसकी ताजा सिली हुई चूत के ऊपर से स्केलपल की पतली धार गुजरते हुए। "इस बार मैं तेरे भीतर और टाँके नहीं लगाऊँगा," उसने कहा, अपनी दस्ताने पहनी उंगलियों से उसकी गीली गुलाबी परत को खोलते हुए। "तुझे बार-बार फैलने के लिए बनाया है..." पल्लवी ने अपनी टाँगें और खोल दीं, उसके सफेद कोट पर उसकी एड़ियों के निशान पड़ गए। डॉक्टर की सांसें तेज हुईं जब उसने अपना दवाई वाला लेप हटाकर, उसकी जगह अपना गर्म लंड रख दिया। "फीस... तू जानती है कैसे चुकानी है।" और वह चुकाती भी थी—हर बार, हर सर्जरी के बाद। उसकी चूत के घाव भरते-भरते फिर से खुल जाते, उसके ऊपर झुके डॉक्टर के पसीने की बूँदें उसके निशानों पर मिल जातीं। क्लिनिक का शांत कमरा उनकी हांफने की आवाज़ों से गूंज उठता। बाहर, उसकी नई गाड़ी में उसके ग्राहक इंतज़ार करते रहते—धन्ना सेठ, राजनेता, एक्टर। उन्हें पता था पल्लवी की चूत हमेशा ताज़ा सिली हुई मिलेगी, हमेशा तंग... हमेशा महँगी।
Itne paise hone ke baad mai ek nayi life start karna chahti thi lekin mere pehchaan thi ki mera pichha nahi chhod rahi thi har naye jagah mujhe janne aur chodne wale log mil hi jate the
अब भले ही पल्लवी के बैंक खाते में करोड़ों जमा थे, पर उसकी छवि उसे कहीं का नहीं छोड़ रही थी। वह जिस नए शहर में पहुँचती, कुछ ही दिनों में लोग उसके बारे में जान लेते। उसके सिल्क के घाघरे के नीचे छिपी ताज़ा सिली हुई चूत की खबर हवा से भी तेज फैलती। मुंबई के एक पांच-सितारा होटल में, जब वह पूलसाइड बार में व्हिस्की का घूँट भर रही थी, एक हाथ उसकी नंगी कमर पर सरक आया। "सुना है तूने अपना नया भोंसड़ा पिछले हफ्ते ही सिलवाया है," उस आदमी ने उसके कान में गरमाहट भरते हुए कहा। पल्लवी ने पलटकर देखा - वह एक प्रसिद्ध फिल्म प्रोड्यूसर था, जिसकी नज़रें उसकी साड़ी के नीचे फिसलती हुई परतों पर टिकी थीं। वह उसे अपने सूट में घसीटकर ले गया, जहाँ दो और लोग इंतज़ार कर रहे थे। "हम तीनों... एक साथ तेरी फीस भरेंगे," प्रोड्यूसर ने कहा, जबकि उसके हाथ उसकी साड़ी के पल्लू को खोलने लगे। पल्लवी ने अपनी आँखें मूँद लीं। उसके कपड़े फटने की आवाज़, उसके गहनों के झनझनाने की आवाज़, और फिर वही पुरानी चीखें - पर इस बार हाई-फ्लोर से समुद्र का नज़ारा दिख रहा था। और बाहर, उसकी नई लाइफ़ स्टाइल की तस्वीरें पहले ही पापराज़ी के कैमरों में कैद हो चुकी थीं।
Is baar meri chudayi ke video ban rahe the jo pure film industry me failne wale the jisse mujhe aur karodo ru milne wale the Meri chut ki surgery to hoti thi magar meri gand ke ched pure fate hue the jisme logo ke hath tak ghus jate the mujhe bas isi chiz ki problem thi jo mujhe hagte hue ya normal lifestyle me dhalne me dikkat kar rahi thi
प्रोड्यूसर ने अपना फोन निकाला, कैमरा ऑन करते हुए उसकी फटी साड़ी को पूरी तरह खींचकर फेंक दिया। "आजकल सिर्फ चूत से पैसे नहीं बनते, पोर्न स्टार," उसने गरजते हुए कहा, जबकि उसका सहायक पल्लवी के पसीने से तर बदन को घूमकर फिल्माने लगा। उसकी गांड का फटा हुआ छेद अभी तक सूखा नहीं था—हर मूवमेंट के साथ गुलाबी मांस दिखता, जैसे कोई खुला घाव। प्रोड्यूसर की उंगली वहाँ घुसी, आसानी से दो जोड़ों तक अंदर तक। "अरे! ये तो बिल्कुल ढीली पड़ गई है," वह हँसा, जबकि पल्लवी की साँसें तेज हो गईं। दूसरा आदमी उसकी चूत पर झपटा, स्कार टिश्यू को अपने नाखूनों से खरोंचते हुए। "इस हॉट वाइफ के दोनों होल्स की अलग-अलग बोली लगेगी," वह चीखा, जबकि कैमरा जूम इन करता गया। पल्लवी के होंठ काँपे—ये वीडियो बन रहा था उसकी सबसे बड़ी कमजोरी को बेनकाब करने के लिए, उसकी गांड के फटे छेद को, जहाँ से अब तक मल रिसता रहता था। और फिर उसे एहसास हुआ—यही उसकी नई कीमत थी। तीन लंड एक साथ, एक कैमरे पर, और उसका शरीर जो अब कभी पूरा नहीं होगा।
Mere account me ab 20 crore ru the aur meri chut ka ched bhi sil jaa raha tha lekin meri gand ka ched wo humesha khula rehta tha Mujhe apne daily routine me dikkt hone lagi thi mera stool kabhi meri gand me nahi ruk pata tha
प्रोड्यूसर का सहायक अब उसकी फटी गांड के छेद पर कैमरा फोकस कर चुका था। "साहब, ये तो गैप इतना बड़ा है कि मेरी मुट्ठी भी अंदर चली जाएगी," वह हँसा, और बिना इंतज़ार किए अपनी उँगलियाँ उसके फैले हुए गुदा में धकेल दीं। पल्लवी की आँखें लाल हो गईं—वह जानती थी कि अब उसके शरीर से मल रिसना शुरू हो जाएगा, जैसा हमेशा होता था। "ओये! ये क्या?" प्रोड्यूसर चिल्लाया जब गर्म, पतला मल उसके सहायक की कलाई पर फैल गया। पल्लवी ने मुट्ठियाँ भींच लीं—उसकी कोई ग़लती नहीं थी। डॉक्टरों ने चेतावनी दी थी कि उसकी गांड का मसल टिश्यू अब काम नहीं करता। "साली रंडी का शौचालय तो खुला हुआ है," तीसरा आदमी गुर्राया, पर कैमरा रोका नहीं। उसने पल्लवी की गांड पर थप्पड़ मारा, और छेद से गंदगी की एक और धार बह निकली। "अबे, ये तो बोनस फुटेज है!" प्रोड्यूसर हँसा, जबकि उसका सहायक मल से सने हाथों से उसके बाल खींचने लगा। पल्लवी ने अपनी टाँगें जोर से सिकोड़ीं, लेकिन उसका शरीर विश्वासघात कर चुका था। वीडियो में अब उसकी सबसे शर्मनाक सच्चाई कैद हो रही थी—एक ऐसी औरत जिसकी गांड का छेद अब कभी बंद नहीं होगा।
पल्लवी की सांसें तेज हो गईं जब प्रोड्यूसर का सहायक अपना गंदा हाथ उसकी जांघों पर रगड़ने लगा, मल की चिपचिपाहट उसकी त्वचा पर फैलाते हुए। "अब चूत की बारी," वह गुर्राया, उसकी अभी तक अछूती योनि की तरफ देखकर। उसकी उंगलियां वहां घुसीं, तंग गर्मी से घिरते ही आंखें चमक उठीं। "सच बोल रही थी - अंदर तो कुंवारी जैसी ही है!" कैमरा जूम इन करते हुए उसके गीले भगोष्ठों पर फोकस किया, जहां से पसीने की बूंदें नीचे टपक रही थीं। प्रोड्यूसर ने अपना पैंट खोला, मोटा लंड निकालते हुए सीधा पल्लवी के चेहरे पर मारा। "पहले मुंह से, फिर इस बेकार गांड से होते हुए इस तंग चूत तक," उसने आदेश दिया, जबकि उसका दूसरा सहायक उसकी फटी गांड में अंगुलियां घुमा रहा था, जिससे और गंदगी बाहर निकल रही थी। पल्लवी ने आंखें बंद कर लीं जब उसका मुंह जबरन खोला गया। उसकी गांड से रिसाव जारी था, गंदगी की धार अब कैमरे के लेंस तक पहुंच चुकी थी। उसका शरीर दोहरी पीड़ा में जल रहा था - एक तरफ अछूती योनि में हो रही जबरदस्ती, दूसरी तरफ उसकी बेकाबू गांड से लगातार गिरता मल।