Rina meri padosan
By Anonymous
11/9/2025
ये कहानी है मेरे बगल घर के लड़की रीना और मेरी (प्रकाश ) की । मैं और रीना बचपन से भाई बहन की तरह रहते थे रीना और मेरी उम्र बराबर थी 23 साल हम बचपन से एक दूसरे के साथ नंगे रहते थे बिना कपड़ों के हमें कोई भी शर्म महसूस नहीं होती थी एक दूसरे से बड़े होने के बाद ये सब चीज बंद हो गया
**शीर्षक: पड़ोस की लड़की** गर्मी की चिपचिपाहट हमारी त्वचा से चिपकी हुई थी, जैसे कोई दूसरी परत। रीना और मैं बचपन से ही ऐसे ही थे—बिना किसी हिचकिचाहट के, बिना किसी शर्म के। बचपन में हम नंगे घूमते थे, उसके घर के पिछवाड़े में इन्फ्लेटेबल पूल में कूदते थे, और धूप में हमारे नंगे बदन तपते थे। लेकिन अब हम बच्चे नहीं थे। तेईस साल की उम्र में सब कुछ बदल चुका था। हम अब भी पड़ोस में रहते थे, अब भी साथ खाना खाते थे, अब भी भाई-बहन की तरह झगड़ते थे। लेकिन अब जब वह झुककर गिरा हुआ चम्मच उठाती, तो उसकी टैंक टॉप से झलकती त्वचा मेरे गले को सूखा देती। अब जब वह अपने बरामदे में खिंचाव लेती, तो उसकी पतली कॉटन शॉर्ट्स के नीचे उसकी कमर का मोड़ मेरी उंगलियों को बेचैन कर देता। आज रात बिजली गुल थी। मोमबत्तियों की रोशनी में हम उसके लिविंग रूम के फर्श पर आमने-सामने बैठे थे, उसकी हंसली पर पसीना चमक रहा था। "तुम मुझे घूर रहे हो," उसने मुस्कुराते हुए कहा। "पुरानी आदत," मैंने जवाब दिया। वह आगे झुकी, उसकी टॉप का नेकलाइन और नीचे खिसक गया। "कुछ आदतें मरती नहीं।" हमारे बीच की हवा में तनाव घुल गया। बीता हुआ समय इतना दूर नहीं था।
Mai use pehle se janta tha uske jitne boyfriend bane aur chhut gaye sabke bare me janta tha kyunki hum ek bhai behen ki tarah the aur dost bhi the Lekin ek din uski shaadi fix ho gayi aur 6 mahine baad uski shaadi honi tay ho gyi dur ke kisi ladke se
रीना की शादी की बात सुनकर मेरे दिल में एक अजीब सी ठंडक फैल गई। वह मेरे सामने बैठी थी, उसकी आँखों में वही पुरानी चमक, लेकिन अब उनमें कुछ और भी था—एक नई परिपक्वता, एक ऐसी जिम्मेदारी जो हमारे बचपन के खेलों से बहुत दूर थी। "तुम खुश हो?" मैंने पूछा, मोमबत्ती की लौ उसके चेहरे पर नाच रही थी। वह हँसी, उसकी उँगलियाँ अपने घुटनों पर टैप कर रही थीं। "हाँ... शायद। वह अच्छा लड़का है।" मैं जानता था कि उसके पहले वाले सभी बॉयफ्रेंड्स कैसे थे—कैसे वे आते थे, उसके साथ कुछ महीने बिताते थे, और फिर चले जाते थे। लेकिन यह अलग था। यह स्थायी था। उसकी टाँगें मेरे पास आईं, उसके पैरों की उँगलियाँ मेरी जाँघ को छू गईं। एक पल के लिए हम दोनों स्तब्ध रह गए। फिर वह धीरे से पीछे हटी, लेकिन उसकी साँसें तेज हो गई थीं। "तुम्हें याद है," उसने फुसफुसाया, "जब हम छोटे थे, और तुम मेरे साथ पूल में नंगे कूदते थे?" मेरा गला सूख गया। "हाँ।" उसकी आँखें चमकी। "क्या तुम... मिस करते हो उन दिनों को?" हवा में बिजली की तरह एक चिंगारी दौड़ गई। मैंने उसकी ओर बढ़ते हुए अपना हाथ उसकी कमर पर रखा—पहली बार इतने सालों में। उसकी त्वचा गर्म थी, और वह काँप गई। "हर रोज़," मैंने कहा।
Mai purane dino ko yaad karke khus ho gaya usne kaha fir un dino ko ek baar jiya jaye kyunki meri shaadi hone wali hai Maine haa bola aur fir usne dhire se apne kapde nikalne chalu kiya aur mujhe bhi nikalne bola Dhire dhire usne bra panty chhod sare kapde nikal diye aur mai bhi bas underwear me reh gya Fir usne aage badhkar mera underwear nikalna chaha to mai pichhe hat gya fir usse bola ki pehle tum apni nikalo To usne apni bra aur panty nikal di aur apna husn mere samne rakh diya
रीना की सांसें तेज हो गईं जब उसने अपनी ब्रा और पैंटी उतारकर फर्श पर फेंक दी। मोमबत्तियों की रोशनी उसके नंगे बदन पर नाच रही थी—उसके भरे हुए स्तन, पतली कमर, और उसके जांघों के बीच का अंधेरा नजर आ रहा था। "अब तुम्हारी बारी," उसने फुसफुसाया, उसकी उंगलियां मेरे अंडरवियर के किनारे को खींचने लगीं। मैंने उसकी कलाई पकड़ ली। "इतनी जल्दी क्यों?" मेरी आवाज़ भारी थी। वह मुस्कुराई, अपने शरीर को मेरी ओर झुकाते हुए। "क्योंकि हमारे पास सिर्फ आज रात है।" उसकी गर्म सांसें मेरे कान को छू रही थीं। मैंने झटके से अपना अंडरवियर नीचे खिसकाया, और उसकी आंखें चौड़ी हो गईं जब मेरा कड़ा हुआ लिंग बाहर आया। वह धीरे से अपनी जीभ निकालकर होठों को गीला करने लगी। "तुम्हें याद है," उसने कहा, अपनी उंगलियों से मेरे सीने पर खरोंच मारते हुए, "जब हम बच्चे थे और तुमने मुझसे कहा था कि तुम मुझसे शादी करोगे?" मैंने उसे अपनी ओर खींच लिया, उसके निप्पल मेरे सीने से दब गए। "तुमने कहा था कि मैं तुम्हारा भाई हूँ।" उसकी हंसी गहरी और भरी हुई थी। "आज रात नहीं।" उसके हाथ नीचे सरक गए, उसकी उंगलियां मेरे लिंग के आसपास लपेट गईं। मैंने एक तीखी सांस भरी जब उसने धीरे से मुझे सहलाना शुरू किया, उसकी अंगूठी मेरी त्वचा पर ठंडी लग रही थी। "रीना..." मेरी आवाज़ एक धड़कन भरी गर्दन में फंस गई। "बस... याद करो," उसने कहा, अपने घुटनों के बल बैठते हुए।
Usne mere lund ko apne hath me pakda aur use napa to wo 9 inch lamba aur 5 inch tak mota tha uska gala sukh gya mere lund ka size dekh kar wo aisa lund pehli baar dekhi thi usne bahut lund se chudai karayi thi par itna bada uske liye pehli baar hone wala tha aur mai jaisa bhi tha tha to uska muh bola bhai hi Uski chut bahut hi chudi hui condition me thi sali apne boyfriend logo se bahut chudai karwayi hui thi Lekin meri behen hone ke wajah se mere samne sarif ban rahi thi
रीना की उंगलियाँ मेरे लिंग के चारों ओर कसकर बंद हो गईं, उसकी आँखें चौड़ी होकर मेरे आकार को नाप रही थीं। "भगवान... ये तो..." उसकी साँसें तेज हो गईं जब उसने अपने हाथ से मेरी लंबाई नापी, उसकी अंगुलियाँ मेरे आधे हिस्से तक भी नहीं पहुँच पा रही थीं। उसका गला सूख गया। "मैंने... इतना बड़ा कभी नहीं लिया," उसने कबूल किया, उसकी निगाहें मेरे और उसकी अपनी चूत के बीच घूम रही थीं। मैंने उसकी ठोड़ी पकड़कर उसका चेहरा ऊपर उठाया। "तुम्हारे उन बेकार बॉयफ्रेंड्स के छोटे लंड तुम्हारे लायक नहीं थे," मैंने गुर्राते हुए कहा। उसकी आँखों में एक चमक आई जब उसने अपनी जीभ बाहर निकालकर मेरे सिर को चाटा, नमकीन स्वाद चखते हुए। "मुझे पता था... मेरे भाई के पास असली मर्दाना ताकत है," उसने फुसफुसाया, उसके होठ मेरी नसों पर काँप रहे थे। मैंने उसे ज़ोर से पकड़कर सोफे पर गिरा दिया, उसकी चूत का गीला चमकता हुआ दृश्य मेरे सामने था—गुलाबी, फैली हुई, और उसके पिछले साहसिक कारनामों के निशान साफ दिख रहे थे। "सारे लंड तुम्हारी चूत को तैयार कर रहे थे... मेरे लिए," मैंने कहा, अपने हाथ से उसकी जांघों को फैलाते हुए। वह काँप गई जब मेरा सिर उसके गीले प्रवेश द्वार पर टिका। "प-पहली बार... इतना बड़ा—" मैंने धक्का दिया। उसकी चीख कमरे में गूँज गई।
Iske baad maine apna mota tagda lund uski chut ke andar dalna suru kiya adha lund ghusne tak use uski maa yaad aa gyi aur pura lund ghuste hi aankon me aansoon tak aa gaye
मैंने धीरे-धीरे अपना मोटा लंड उसकी चूत के अंदर धकेलना शुरू किया। रीना की सांसें तेज हो गईं जब मेरा आधा हिस्सा अंदर घुसा—उसकी आँखें चौंधिया गईं, उसके होंठ काँपने लगे। "अह— माँ—!" उसकी आवाज़ भर्राई हुई थी, उसकी उंगलियाँ मेरी बाँहों में घुस गईं। मैंने रुककर उसके चेहरे को देखा—आँसू उसकी पलकों से नीचे गिर रहे थे। "तुम ठीक हो?" मैंने गर्दन की नसों में खिंचाव महसूस करते हुए पूछा। उसने सिर हिलाया, अपनी जांघों को और फैलाते हुए। "बस... इतना बड़ा..." उसने हाँफते हुए कहा। मैंने आगे बढ़ाया, उसकी तंग गर्मी मेरे लंड को निगल रही थी। जब मेरा पूरा आकार अंदर घुसा, रीना का मुँह खुला रह गया—एक मूक चीख, उसकी आँखें लाल हो गईं। "सही लग रहा है?" मैंने गुर्राते हुए पूछा, अपने कूल्हों को हल्का सा घुमाते हुए। उसने अपने दाँतों से होठ दबाए, फिर हाँ में सिर हिलाया। "तुम... तुम मेरे अंदर पूरे तरह से हो," उसने काँपते हुए कहा, उसकी नम चूत मेरे चारों ओर सिकुड़ रही थी। मैंने पूरी तरह से अंदर धकेल दिया—एक गहरी, गर्दन तक उतरती हुई धक्का। रीना की चीख फिर से गूँजी।
Uski chut se pani behne laga fir meri aur uski ghamasaan chudaayi chalu hui aur 2 ghante tak chalti rahi is bich wo 4 baar aur mai 2 baar jhad gya
उसकी चूत से पानी बहने लगा, हर धक्के के साथ गीला स्राव सोफे को भिगो रहा था। हमारी गर्माहट मिल रही थी—उसका पसीना मेरी छाती से चिपक रहा था, उसके नाखून मेरी पीठ में गड़ते हुए। "और... और जोर से!" रीना चिल्लाई, उसकी एड़ियाँ मेरी कमर पर दबाव डाल रही थीं। मैंने गति बढ़ा दी, हर थ्रस्ट उसकी गहराई तक जाता हुआ। उसकी आवाज़ भर्राई हुई थी—"हाँ, वहीं— ठीक वहीं!"—जब मेरा लंड उसके सबसे संवेदनशील हिस्से को रगड़ रहा था। दो घंटे तक हम इसी तरह जुड़े रहे—उसकी चीखें, मेरी गुर्राहटें, फर्नीचर की चरमराहट। रीना चार बार चढ़ी, हर बार उसकी चूत मेरे चारों ओर ऐंठती हुई। मैं दो बार गिरा—पहली बार उसकी छाती पर, दूसरी बार उसकी गहराई में जमकर। "अब... फिर से," उसने थकी हुई आवाज़ में कहा, उसकी उंगलियाँ मेरे बालों में। मैंने उसे पलटकर डॉगी स्टाइल में लिया, उसकी गीली चूत फिर से मेरे लिए तैयार थी।
Puri dopahar chudane ke baad uske ghar ke log aa gye aur humari chudayi tab tak band ho gyi thi aur hum kapde pehen chuke the fir mai apne ghar aa gya
उसके घरवालों के आने की आहट सुनते ही हमने जल्दी से अपने कपड़े संभाले। रीना की साड़ी अभी भी थोड़ी अस्त-व्यस्त थी, उसके गीले निशान उसकी जांघों के अंदरूनी हिस्से पर चिपके हुए थे। मैंने अपना पैंट ठीक किया, जिस पर उसकी चूत का पानी अब भी गीला निशान छोड़ रहा था। "कल मिलते हैं?" मैंने फुसफुसाते हुए पूछा, जबकि बाहर से चाबी की खनक सुनाई दे रही थी। उसने हां में सिर हिलाया, अपनी साड़ी को जल्दी से सही करते हुए। उसके गालों पर अभी भी लालिमा थी, और उसकी सांसें अभी तक पूरी तरह नहीं थमी थीं। मैंने पीछे के दरवाज़े से निकलते हुए एक झटके से अपना बेल्ट कसा। बाहर निकलते ही मैंने उसकी माँ को सामने वाले दरवाज़े पर खड़े देखा—उसकी नज़रें मुझ पर पड़ीं, लेकिन मैंने बिना कुछ कहे तेज़ कदमों से दूर हो लिया। मेरे घर पहुँचते-पहुँचते मेरी जांघों पर अभी भी उसकी गर्माहट महसूस हो रही थी। मैंने दरवाज़ा बंद किया और दीवार से टेक लगाई—आज की यादें अभी भी मेरे दिमाग में ताज़ा थीं। फोन कंपकंपाया—रीना का मैसेज: *"तुम्हारा लंड अभी भी मेरे अंदर महसूस हो रहा है।"* मैं मुस्कुराया और जेब से चाबी निकाली। कल का इंतज़ार करना पड़ेगा।
Rina ka ghar ka pichhe ka hissa aur mere ghar ka dono juda hua tha mai jab chahta waha kud kar jaa sakta tha Uski shaadi 6 mahine bachi thi aur mujhe use chodne ka chaska lag gya tha uske ghar ka toilet piche tha jaha mai kud kar jaa sakta tha mai roj dophar me use tatti karne ya mutne ke bahane bulane laga
मैंने अगले दिन दोपहर का इंतज़ार किया, जब रीना के घर का पिछला हिस्सा खाली होता। हमारे घरों की दीवारें जुड़ी हुई थीं—मैं चाहता तो कभी भी कूदकर उसके यहाँ पहुँच सकता था। उसकी शादी को अभी छह महीने ही हुए थे, लेकिन मुझे उसे चोदने का चस्का लग चुका था। उसका टॉयलेट पीछे की तरफ था, जहाँ मैं आसानी से कूदकर पहुँच जाता। मैंने रोज़ दोपहर में उसे टट्टी करने या मूतने के बहाने बुलाना शुरू कर दिया। आज भी मैंने दीवार पार की और खिड़की से झाँका। रीना अंदर थी, अपनी साड़ी को समेटते हुए। उसने मेरी आहट सुनी और मुस्कुराई। "फिर आ गया?" मैंने उसकी कमर पकड़ी और उसे दीवार से सटा दिया। "तूने मैसेज भेजा था ना... कि मेरा लंड तेरे अंदर महसूस हो रहा है।" उसकी साँसें तेज़ हो गईं जब मैंने उसकी चूत पर हाथ फेरा—वह पहले से ही गीली थी। "पर जल्दी कर," उसने कहा, "ससुराल वाले कभी भी आ सकते हैं।" मैंने उसकी साड़ी उठाई और अपनी पैंट खोल दी। उसकी गर्म चूत मेरे लंड को पहले ही निगलने को तैयार थी।
Usne tatti bhi nahi ki thi aur mai use chodne laga chut chodne ke baad uski gand me lund dala aur tatti mere lund me san gya mai waise hi chodta rha
मैंने उसकी साड़ी ऊपर कर दी और उसकी गीली चूत पर अपना लंड घुसा दिया। रीना ने एक हल्की चीख़ निकाली जब मैंने उसे दीवार से सटाकर जोर से झटका दिया। उसकी गर्माहट मेरे चारों ओर सिमट गई, और मैंने तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया। "और... और जोर से," वह फुसफुसाई, उसकी उँगलियाँ दीवार पर खरोंचने लगीं। मैंने उसकी चूत को अच्छी तरह भर दिया, फिर अचानक बाहर निकला। उसकी गाँड पर हाथ फेरते हुए, मैंने अपना लंड उसके गीले गड्ढे पर रखा। "तूने टट्टी भी नहीं की थी न?" मैंने कहा, उसकी साँसें तेज़ हो गईं। उसने हाँ में सिर हिलाया, और मैंने धीरे से दबाव डाला। वह तंग थी, गर्म, और मैंने धीरे-धीरे अपना रास्ता बनाया। रीना ने दाँत भींच लिए जब मैं पूरा अंदर घुस गया—गर्म, नमी भरी तंगने ने मुझे घेर लिया। "हाँ... ऐसे ही," उसने हाँफते हुए कहा। मैंने तेज़ी से झटके देना शुरू किया, उसकी गाँड मेरे लंड पर सिमटती जा रही थी। गंध और गर्मी ने मुझे और उत्तेजित कर दिया, और मैंने उसे और जोर से पकड़ लिया। "किसी ने आने की आहट सुनी तो?" मैंने गुर्राते हुए पूछा, उसकी गाँड को तेज़ी से थपथपाते हुए। "नहीं... बस चोदते रहो," उसने मुस्कुराते हुए कहा।
मैंने उसकी गाँड को और जोर से पकड़ा, अपने लंड को उसकी तंग गर्माहट में धकेलते हुए। रीना की साँसें फूलने लगीं, उसकी उँगलियाँ दीवार पर और गहरी खरोंचें छोड़ रही थीं। "ऐसे ही... और तेज़," वह कराही, उसकी पीठ मेरे सीने से दबी हुई थी। मैंने अपनी गति बढ़ा दी, हर धक्के के साथ उसकी गाँड से एक गीला आवाज़ निकल रही थी। उसकी तंगने ने मुझे चारों ओर से घेर लिया, गर्म और नमी से भरी हुई। मेरा लंड उसकी गंध से लिपटा हुआ था, और हर झटके के साथ वह और गहरा धँसता जा रहा था। "कितनी बार तूने मुझे ऐसे ही सोचा है?" मैंने उसके कान में गुर्राते हुए पूछा। "हर... हर रोज़," उसने हाँफते हुए जवाब दिया, उसकी चूत मेरे लंड पर सिकुड़ रही थी। मैंने उसे और जोर से दबाया, उसकी गाँड को अपनी ओर खींचते हुए। वह पूरी तरह मेरे काबू में थी, और मैं उसे चोदते हुए अपनी रफ़्तार बनाए हुए था—तेज़, गहरे, हर धक्के के साथ उसकी साँसें छोटी होती जा रही थीं। "अब... अब निकलने वाला हूँ," मैंने कराहा, उसकी गाँड को जकड़ते हुए। "अंदर... पूरा अंदर छोड़ दो," उसने फुसफुसाया, उसकी आँखें बंद थीं।
Andar chhodne ke baad wah toilet gayi aur tatti karne lagi aur mai andar ghus gaya uske tatti ke sath mera sperm bahar aa gya wo gand dhoyi bhi nahi thi ki mai fir chudayi karne laga
मैंने उसकी गाँड को जकड़े रखा, अपना लंड अंदर छोड़ते हुए गर्म स्खलन उसकी तंग गर्माहट में भर दिया। रीना ने एक लंबी साँस ली, उसकी पीठ मेरे सीने से चिपकी हुई थी। "अब जा, टट्टी कर," मैंने उसके कान में फुसफुसाया, हल्का सा थपथपाते हुए। वह मुस्कुराई और धीरे से आगे झुकी, मेरा लंड उसकी गाँड से बाहर निकलते हुए गीला हो गया। वह शौचालय की ओर चली गई, और मैंने उसकी गीली चाल देखी। कुछ मिनट बाद, टट्टी की आवाज़ आई—गहरी, गीली। मैंने दरवाज़ा खोला और अंदर घुस गया, उसकी गंध ने मुझे फिर से उत्तेजित कर दिया। "अभी धोई भी नहीं और तू फिर तैयार है?" उसने मुस्कुराते हुए कहा, उसकी गाँड अभी भी गीली थी। मैंने उसे आगे झुकाया, अपना लंड फिर से उसकी गीली गाँड पर रखा। "तू जानती है मुझे क्या पसंद है," मैंने कहा, धीरे से अंदर धकेलते हुए। उसकी तंगने ने मुझे फिर से घेर लिया, गर्म और नमी से भरी हुई। मेरा स्खलन अभी भी उसकी गाँड से बाहर टपक रहा था, और मैंने तेज़ी से चोदना शुरू कर दिया। "फिर से... ऐसे ही," वह कराही, उसकी उँगलियाँ दीवार पर खिसक रही थीं। मैंने उसे और जोर से पकड़ा, हर धक्के के साथ उसकी गाँड से गीली आवाज़ निकल रही थी। वह पूरी तरह मेरे काबू में थी, और मैं उसे चोदते हुए अपनी रफ़्तार बढ़ाता जा रहा था—तेज़, गहरे, हर झटके के साथ उसकी साँसें फूलती जा रही थीं।
मैंने उसे एक आखिरी जोरदार धक्का दिया, अपना लंड उसकी गीली गाँड में पूरी तरह से डुबोते हुए। वह कराही, उसकी उँगलियाँ दीवार पर और गहरी खरोंचें छोड़ रही थीं। "अब साफ कर," मैंने उसके कान में गुर्राते हुए कहा, अपना लंड बाहर निकालते हुए। वह घुटनों के बल बैठी और अपने होंठों से मेरे लंड को साफ करने लगी, टट्टी और मेरे स्खलन का मिश्रण उसकी जीभ से चाटते हुए। मैंने उसके बाल पकड़े, उसे और जोर से अपनी ओर खींचा। "अच्छी लग रही है न?" मैंने मुस्कुराते हुए पूछा। उसने सिर हिलाया, अपनी आँखें मूँदे हुए। मैंने उसे छोड़ा और दीवार पर कूदकर वापस आ गया, उसकी तरफ देखते हुए। वह अभी भी घुटनों के बल थी, उसकी गाँड लाल और गीली थी। "तैयार हो फिर से?" मैंने पूछा, अपने लंड को फिर से उत्तेजित होते हुए महसूस करते हुए। उसने मुस्कुरा दी, अपने हाथों से अपनी गाँड को फैलाते हुए। "तुम्हारे लिए हमेशा," उसने कहा, उसकी आवाज़ में एक गहरी थकान और इच्छा मिली हुई थी। मैंने उसकी ओर कदम बढ़ाया, अपने हाथों से उसकी कमर को पकड़ा। वह पूरी तरह मेरे काबू में थी, और मैं उसे फिर से चोदने के लिए तैयार था।
Uski gand ka ched mere lund jitna khul gaya tha pura 5 inch mota aur andar sab kuch dikh raha tha shaam hone wala tha Fir mai aur wo kapde pehen ke mai ghar aa gya
उसकी गाँड का छेद अब मेरे लंड जितना खुल चुका था—पूरे पाँच इंच मोटा, अंदर का गुलाबी मांस साफ दिख रहा था। शाम होने वाली थी, और हम दोनों ने कपड़े पहन लिए। मैं उसे अपने साथ घर ले आया, उसकी चाल अभी भी थोड़ी लड़खड़ा रही थी। घर के अंदर, मैंने उसे दीवार से दबा लिया, उसकी जांघों के बीच अपना हाथ घुमाते हुए। "तू अभी भी गीली है," मैंने उसके कान में कहा, उसकी चूत पर अपनी उंगलियों का दबाव बढ़ाते हुए। उसने एक गहरी सांस ली, अपनी पीठ मेरे सीने से दबाते हुए। "तुम्हारी वजह से," उसने कहा, उसकी आवाज़ थरथरा रही थी। मैंने उसकी जींस नीचे खींची, उसकी गाँड अभी भी लाल और थोड़ी फैली हुई थी। मैंने अपना लंड फिर से उसके गीले छेद पर रखा, बिना किसी रुकावट के अंदर घुस गया। "ओह—!" उसकी सांस फूल गई, उसकी उंगलियां दीवार पर चिपक गईं। मैंने धीरे-धीरे चोदना शुरू किया, हर धक्के के साथ उसकी गाँड से गीली आवाज़ निकल रही थी। शाम की रोशनी में, उसका शरीर मेरे साथ तालमेल बिठा रहा था—हर आवाज़, हर कराह साफ सुनाई दे रही थी।
Fir thak ke chudayi band ki aur wo apne ghar chale gayi aur mai bhi aram karne laga Uski shaadi ko abhi sirf 6 mahine bache the aur in 6 mahino me uski bahut tabad tod chudai kiya maine
उसकी कराहें धीरे-धीरे थकान में बदल गईं। मैंने अपना लंड बाहर निकाला, उसकी गाँड से गीला स्खलन बहता हुआ। वह घुटनों के बल झुकी, हांफते हुए। "बस... अब नहीं," उसने थकी हुई आवाज़ में कहा, अपनी जींस ऊपर खींचते हुए। मैंने उसकी पसली के नीचे एक निशान देखा—मेरे नाखूनों का निशान। उसने अपने बाल संवारे, मुस्कुराई। "कल फिर मिलते हैं," उसने कहा, दरवाज़े की ओर बढ़ते हुए। मैंने सोफे पर गिरते हुए सिगरेट सुलगाई। छह महीने... और उसकी शादी। पर अभी तो वह मेरी थी। कल फिर उसकी चूत चोदूँगा, उसकी गाँड फैलाऊँगा। शायद इस बार गले तक ज़ोर से दबाऊँ, जब तक वह रोने न लगे। फोन बजा—उसका मैसेज। *"तुम्हारा माल अभी भी मेरे अंदर टपक रहा है."* मैंने मुस्कुराया। कल फिर शुरू करेंगे।
6 mahine uski roj chudayi ki maine fir uski shaadi ki date aa gyi 3 dino tak shaadi ka function chalna tha
तीन दिन बाद उसकी शादी थी, और मैंने उसे हर रोज़ अपने नीचे रौंदा था। आज आखिरी दिन था—कल से वह किसी और की होगी। मैंने उसे अपने घर बुलाया, दरवाज़े पर ही उसकी साड़ी फाड़ दी। उसकी चूत पहले से ही गीली थी, मेरे लंड का इंतज़ार कर रही थी। "आज तेरी आखिरी बार है," मैंने उसके कान में गुर्राया, उसे सोफे पर धकेलते हुए। उसकी टाँगें खुल गईं, गुलाबी चूत चमक रही थी। मैंने अपना लंड सीधा अंदर घुसाया, कोई रुकावट नहीं—वह पहले से ही इतनी फैल चुकी थी। "ओह— हाँ!" उसने चीख़ मारी, उसकी उंगलियाँ सोफे के कवर में घुस गईं। मैंने तेज़ी से चोदना शुरू किया, हर धक्के पर उसकी चूत से गीली आवाज़ निकल रही थी। उसकी आँखें लाल हो गईं, आँसू उसके गालों पर बहने लगे। "रोना मत... तू तो मेरी रांड है," मैंने उसकी गर्दन पकड़कर कहा, अपनी गति और ज़ोरदार बनाते हुए। उसकी सांसें तेज़ हो गईं, उसका शरीर झटके खाने लगा। मैंने उसे पलटकर गाँड की तरफ़ से पकड़ा—अब उसका छेद भी गीला था। "इस बार यहाँ से," मैंने कहा, अपना लंड उसकी गाँड के गीले छेद पर रखते हुए। उसकी सांस रुक गई—पर उसने हाँ में सिर हिला दिया।
Use har taraf se chudayi kiya aur apne sara maal uski chut ke ched me daal diya aur agli subsh uski shaadi honi thi Aise 6 mahine ke chudayi se wo 1 mahine ki pregnant ho chuki thi aur uski chut aur gand puri tarah fat gayi thi kyunki mera lund aam insaano se jyada mota aur bada tha jisse uske chut aur gand ka bura haal ho chuka tha jo shaadi ke baad uska husband chodne wala tha
उसकी गाँड के छेद में मेरा लंड घुसते ही वह चीख़ उठी, उसकी उंगलियाँ सोफे के कवर को फाड़ने लगीं। मैंने ज़ोर से धक्का दिया, उसका तंग छेद मेरे मोटे लंड से फटता हुआ महसूस हुआ। उसकी चूत से पहले ही मेरा माल टपक रहा था, और अब उसकी गाँड भी गीली हो चुकी थी। "सह ले... आखिरी बार है," मैंने गुर्राते हुए कहा, उसकी कमर को जकड़कर पीछे से ज़ोरदार ठोकर मारी। वह रोने लगी, पर उसकी गाँड मेरे लंड को और जकड़ने लगी—जैसे उसका शरीर अब इस आदत में ढल चुका हो। मैंने उसे पलटा, फिर से उसकी चूत में घुसा। छह महीने की रोज़ाना चुदाई ने उसे पूरी तरह ढीला कर दिया था। उसकी चूत का मुँह खुला हुआ था, गीला और लाल। मैंने तेज़ी से चोदना शुरू किया, हर धक्के पर उसकी चूत से गीली आवाज़ निकल रही थी। "तू तो पहले ही फट चुकी है... अब तेरा पति क्या चोदेगा?" मैंने उसके कान में हँसते हुए कहा। उसकी आँखों में आँसू थे, पर उसकी चूत मेरे लंड को चूस रही थी। मैंने अपना सारा माल उसकी चूत के अंदर उड़ेल दिया, फिर उसे ज़ोर से थप्पड़ मारा। "कल तेरी शादी है... और तेरे पेट में मेरा बच्चा पल रहा है।" वह सिसकी, पर मुस्कुरा दी।
Agle din uski shaadi ho gyi aur wah apne sasuraal chale gayi aur waha uski suhagraat hui Jisse uski chudayi uske pati ne ki
अगले दिन उसकी शादी हो गई, और वह अपने ससुराल चली गई। रात को सुहागरात का वक्त आया। उसका पति उसे बिस्तर पर लेटा कर उसके शरीर को निहारने लगा। "तुम बहुत खूबसूरत हो," उसने धीरे से कहा, उसकी साड़ी का पल्लू हटाते हुए। पर जैसे ही उसने उसकी चूत को छुआ, उसकी आँखें चौंधिया गईं। वह पहले से ही गीली थी, ढीली और खुली हुई। उसका पति हैरान था, पर उसने कुछ नहीं कहा। "क्या... क्या तुम पहले से ही तैयार हो?" उसने पूछा, अपनी उंगलियाँ उसकी चूत में डालते हुए। वह मुस्कुराई, "हाँ... मैंने सुना है कि पहली बार दर्द होता है। मैंने खुद को तैयार किया।" उसका पति संतुष्ट हो गया। उसने अपना लंड निकाला और उसकी चूत पर रखा। वह आसानी से अंदर घुस गया—कोई रुकावट नहीं। "वाह... तुम तो पहले से ही इतनी ढीली हो," उसने कहा, धीरे-धीरे चोदना शुरू किया। वह मुस्कुराती रही, जानती थी कि उसकी चूत छह महीने की चुदाई से पहले ही फैल चुकी थी। उसका पति खुश था कि उसे कोई तकलीफ नहीं हुई। "तुम बहुत अच्छी हो," उसने कहा, तेज़ी से धक्के मारते हुए। वह मुंह दबाकर मुस्कुराई, जानती थी कि उसके पेट में पहले से ही किसी और का बच्चा पल रहा था।
Uske bachhe ko officially kisi aur ka naam mil gya aur fati hui chut ko ek naya malik jisne shuhagraat me jordar chudayi kiya lekin rina ko koi fark nahi pada kyunki wo to fati chut ki malkin thi
उसके पति ने उसे रोज़ चोदा, और हर बार उसकी फटी हुई चूत आसानी से उसके लंड को निगल लेती। कुछ महीनों बाद, जब उसका पेट बढ़ने लगा, तो उसके पति ने खुशी-खुशी उसे गोद में उठा लिया। "हमारा बच्चा आ रहा है," वह मुस्कुराया, उसके पेट को चूमते हुए। रिना ने सिर्फ मुस्कुरा दिया, जानती थी कि यह बच्चा उसका नहीं था। पर उसकी चूत तो पहले से ही किसी और की मालकिन थी—अब उसके पति का नाम सिर्फ कागज़ों पर था। जब बच्चा हुआ, तो उसके पति ने उसे गोद में लेकर खुशी से झूम उठा। "मेरा बेटा!" वह चिल्लाया, बच्चे को हवा में उछालते हुए। रिना ने चुपचाप देखा, उसकी चूत अभी भी गीली थी—उस रात की यादों से। उसका पति अब भी उसे रोज़ चोदता, पर उसे कोई फर्क नहीं पड़ता। वह तो बस एक फटी हुई चूत की मालकिन थी, जिसमें किसी का भी माल भर जाता। "आज रात फिर मजा करेंगे," उसके पति ने कहा, बच्चे को पालने में डालते हुए। रिना मुस्कुराई। उसकी चूत पहले से ही तैयार थी।
Rina ko lekar uska pati ek baar mayke aaya tha to rina ne mujhe bataya ki wo aa rhi h to mai use toilet me akele aane bola
रिना का पति जब उसे मायके लेकर आया, तो उसने मुझे चुपके से बताया, "वो आ रही है।" मैंने उसे टॉयलेट में अकेले आने को कहा। जैसे ही वह अंदर घुसी, मैंने दरवाज़ा बंद कर दिया। उसकी फटी हुई चूत की गंध तुरंत हवा में फैल गई। मेरा लंड पहले से ही खड़ा था। "तुम्हारा पति बाहर बैठा है," मैंने फुसफुसाया, उसकी साड़ी उठाते हुए। "उसे क्या पता चलेगा?" वह मुस्कुराई, अपनी गांड मेरी तरफ धकेलते हुए। मैंने उसे दीवार से चिपका दिया और बिना किसी देरी के अपना लंड उसकी ढीली चूत में घुसा दिया। वह गर्म और गीली थी—पहले से ही तैयार। "ऊह... तुम तो पहले से ही इतनी गीली हो," मैंने कहा, जोरदार धक्के मारते हुए। वह मुंह दबाकर कराही, पर उसकी आंखें मेरी तरफ देख रही थीं—जैसे कह रही हो कि यही उसकी असली जगह है। बाहर उसका पति टीवी देख रहा था, और अंदर मैं उसकी बीवी को जमकर चोद रहा था।
Uska chut itne dino ke chhote lund ke chudayi ke wajah se sikud gaya tha aur mai use 3 din yaha fir se chod chod ke faad diya aur uski gand bhi dheela kar diya aur usko fir pregnant karne ke liye maal andar daal diya tha fir wo wapas apne sasuraal gayi
उसकी चूत इतने दिनों के छोटे लंड की चुदाई के कारण सिकुड़ गई थी, लेकिन मैंने उसे तीन दिन तक यहाँ फिर से चोद-चोदकर फाड़ दिया। उसकी गांद भी ढीली कर दी थी, और अब मैंने उसे फिर से प्रेग्नेंट करने के लिए अपना माल अंदर डाल दिया। "अब जा," मैंने उसकी गीली चूत को एक आखिरी थप्पड़ मारते हुए कहा। "तुम्हारा पति तुम्हें लेने आएगा।" रिना ने अपनी साड़ी संभाली, उसके चेहरे पर एक संतुष्ट मुस्कान थी। उसकी चूत से मेरा माल धीरे-धीरे बह रहा था, लेकिन वह जानती थी कि इस बार भी उसका पति कुछ नहीं समझेगा। "कल फिर आऊँगी," उसने फुसफुसाया, दरवाज़ा खोलते हुए। मैंने उसकी गांद पर एक चुटकी लगाई। "जब तक तेरी चूत फटी रहेगी, तब तक तू मेरी ही रहेगी।" बाहर उसका पति अभी भी टीवी देख रहा था, बेखबर। रिना चुपचाप उसके पास बैठ गई, उसकी गीली चूत अभी भी मेरे माल से भरी हुई थी।
मैंने उसकी गाँड को और जोर से पकड़ा, अपने लंड को उसकी तंग गर्माहट में धकेलते हुए। रीना की साँसें फूलने लगीं, उसकी उँगलियाँ दीवार पर और गहरी खरोंचें छोड़ रही थीं। "ऐसे ही... और तेज़," वह कराही, उसकी पीठ मेरे सीने से दबी हुई थी। मैंने अपनी गति बढ़ा दी, हर धक्के के साथ उसकी गाँड से एक गीला आवाज़ निकल रही थी। उसकी तंगने ने मुझे चारों ओर से घेर लिया, गर्म और नमी से भरी हुई। मेरा लंड उसकी गंध से लिपटा हुआ था, और हर झटके के साथ वह और गहरा धँसता जा रहा था। "कितनी बार तूने मुझे ऐसे ही सोचा है?" मैंने उसके कान में गुर्राते हुए पूछा। "हर... हर रोज़," उसने हाँफते हुए जवाब दिया, उसकी चूत मेरे लंड पर सिकुड़ रही थी। मैंने उसे और जोर से दबाया, उसकी गाँड को अपनी ओर खींचते हुए। वह पूरी तरह मेरे काबू में थी, और मैं उसे चोदते हुए अपनी रफ़्तार बनाए हुए था—तेज़, गहरे, हर धक्के के साथ उसकी साँसें छोटी होती जा रही थीं। "अब... अब निकलने वाला हूँ," मैंने कराहा, उसकी गाँड को जकड़ते हुए। "अंदर... पूरा अंदर छोड़ दो," उसने फुसफुसाया, उसकी आँखें बंद थीं। मैंने एक आखिरी जोरदार धक्का दिया, अपना लंड उसकी गहराई में धँसाते हुए। गर्मी फूट पड़ी, और मैंने उसके अंदर सारा माल उड़ेल दिया। रीना ने एक लंबी कराह निकाली, उसकी चूत मेरे लंड पर ऐंठ गई। "हाँ... ऐसे ही," वह फुसफुसाई, उसकी पीठ मेरे सीने से चिपकी हुई थी। मैंने धीरे-धीरे अपना लंड बाहर निकाला, उसकी गाँड पर एक हल्का थप्पड़ मारा। "अब तू मेरी है," मैंने कहा, उसके कान में गर्म साँस छोड़ते हुए। उसने मुस्कुराते हुए सिर हिलाया, उसकी आँखें अभी भी बंद थीं। "हमेशा से तेरी ही थी," उसने कहा, उसकी आवाज़ में एक मीठी थकान थी।
